जौनपुर। मुख्यमंत्री के फरमान के बाद प्रशासन ने शहर को सुंदर बनाने और जाम से मुक्त करने का खाका तैयार कर लिया है। इस दौरान शहर में पार्किगिं स्थल बनाने, दुकानों के सामने वाहन खड़ा नहीं करने, प्राइवेट बस और टैक्सी स्टैंड को शहर से बाहर स्थापित करने पर चर्चा हुई।
इसके अलावा, ठेले-खमोचे वालों को स्थान उपलब्ध कराने सहित कई समस्याओं का निस्तारण करने का प्लान तैयार किया गया है। यह निर्णय प्रशासन ने शुक्रवार की देर शाम व्यापारियों के साथ बैठक कर लिया।सवा तीन लाख आबादी वाले शहर में पार्किगिं की सुविधा नहीं है। लोग वाहन दुकानों के सामने सड़क की पटरियों पर बेतरतीब खड़ा करते हैं। वहीं ठेले-खमोचे वाले भी शहर के प्रमुख चौराहों और तिराहों सहित सड़क की पटरियों पर दुकान लगाते हैं। इससे हर समय शहर जाम की जद में रहता है। इस जाम में फंसने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सीएम के आदेश के बाद इस समस्या का निस्तारण करने, शहर का सुंदरीकरण और जाम से मुक्ति दिलाने के लिए शुक्रवार की देर शाम व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। इस दौरान शहर क्षेत्र से अवैध वाहन स्टैंड हटाने, कोतवाली के आस-पास के फल दुकानों सहित अन्य ठेले खमोचे वालों को हटाने, बड़े प्रतिष्ठानों के सामने वाहनों को खड़ा नहीं होने देने, पुरानी सब्जी मंडी को स्थानांतरित करने, अवैध अतिक्रमण को हटाने, बिना मानचित्र स्वीकृत कराए बने भवनों के खिलाफ कार्रवाई करने आदि को लेकर मंत्रणा हुई। इसके बाद व्यापारियों के ओर से दिए गए सुझाव पर अमल करते हुए जिला प्रशासन ने समस्या निस्तारण का खाका तैयार कर लिया है।
इसके अलावा, ठेले-खमोचे वालों को स्थान उपलब्ध कराने सहित कई समस्याओं का निस्तारण करने का प्लान तैयार किया गया है। यह निर्णय प्रशासन ने शुक्रवार की देर शाम व्यापारियों के साथ बैठक कर लिया।सवा तीन लाख आबादी वाले शहर में पार्किगिं की सुविधा नहीं है। लोग वाहन दुकानों के सामने सड़क की पटरियों पर बेतरतीब खड़ा करते हैं। वहीं ठेले-खमोचे वाले भी शहर के प्रमुख चौराहों और तिराहों सहित सड़क की पटरियों पर दुकान लगाते हैं। इससे हर समय शहर जाम की जद में रहता है। इस जाम में फंसने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सीएम के आदेश के बाद इस समस्या का निस्तारण करने, शहर का सुंदरीकरण और जाम से मुक्ति दिलाने के लिए शुक्रवार की देर शाम व्यापारी संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। इस दौरान शहर क्षेत्र से अवैध वाहन स्टैंड हटाने, कोतवाली के आस-पास के फल दुकानों सहित अन्य ठेले खमोचे वालों को हटाने, बड़े प्रतिष्ठानों के सामने वाहनों को खड़ा नहीं होने देने, पुरानी सब्जी मंडी को स्थानांतरित करने, अवैध अतिक्रमण को हटाने, बिना मानचित्र स्वीकृत कराए बने भवनों के खिलाफ कार्रवाई करने आदि को लेकर मंत्रणा हुई। इसके बाद व्यापारियों के ओर से दिए गए सुझाव पर अमल करते हुए जिला प्रशासन ने समस्या निस्तारण का खाका तैयार कर लिया है।