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जनसैलाब को देखने से लगता है कि भाजपा सरकार में लोग परेशान हैं और सपा की सरकार बनने वाली: मुलायम सिंह यादव

जौनपुर। मल्हनी विधानसभा क्षेत्र के कोल्हलगंज बाजार में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी लकी यादव के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करने पहुंचे शुक्रवार को दोपहर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सरकार बनने पर युवाओं को नौकरी व रोजगार देंगे और किसानों को उपज का सही दाम मिलेगा और खाद-बीच भी सस्ता होगा।

 
युवाओं की भीड़ देख उत्साहित मुलायम सिंह यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने नौजवानों, युवाओं, किसानों, गरीबों व मजलूमों को लूटने का काम किया है। वर्तमान सरकार ने जनता के साथ शोषण, अत्याचार, भ्रष्टाचार और लूटने का काम किया है। सपा की सरकार बन रही है। किसी को घबराने व परेशान होने की जरूरत नहीं है। भीड़ देख गदगद मुलायम सिंह यादव आड़े आ रहे सुरक्षा कर्मियों को कई बार डांटकर भगा दिया और जनता को हाथ हिलाकर अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि इस जनसैलाब को देखने से लगता है कि भाजपा सरकार में लोग परेशान हैं और सपा की सरकार बनने वाली है। उन्होंने हर बार युवा, किसान और नौजवान को भरोसा दिलाया कि सरकार बन रही है। सभी को नौकरी, रोजगार और किसानों को अनाज का सही दाम मिलेगा। अपने अंतिम वाक्य में भी उन्होंने सरकार बनने महिलाओं को उचित सम्मान, पेंशन,आवास देने की भी बात कही। समाजवादी पार्टी व अपना दल कमेरा गठबंधन की जनसभा में कमेरावादी की राष्ट्रीय महासचिव पल्लवी पटेल ने शुक्रवार को गोपालापुर भाऊपुर के मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। कहा कि भाजपा सरकार की कथनी व करनी में बहुत अंतर है। यह शब्दों के जादूगर हैं। इनसे सावधान रहने की जरूरत है। देश के विकास के नाम पर इन्होंने रेलवे, एलआइसी, बीएसएनएल सहित अन्य संस्थानों को घाटा बताकर बेचने का कार्य किया है। निजीकरण को बढ़ावा देकर आरक्षण समाप्त करने की चाल चल रहे हैं। यह लोग आमजन को पांच किलो राशन देकर अपने सांड़ों से पचास क्विंटल अनाज ले रहे हैं। अंत में कहा कि हमारी सरकार बनी तो पुरानी पेंशन बहाली के साथ तीन सौ यूनिट बिजली सभी को मुफ्त मिलेगी। साथ ही जातिगत जनगणना कराकर जिसकी जितनी हिस्सेदारी उसकी उतनी भागीदारी के हिसाब से सभी कार्य होंगे। नहीं पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य व ओम प्रकाश राजभर सपा प्रत्याशी सुषमा पटेल के पक्ष में जनसभा को संबोधित करने आने वाले ओम प्रकाश राजभर व स्वामी प्रसाद मौर्य के न आने से जहां इन नेताओं के शुभचिंतक निराश दिखे वहीं तरह-तरह की चर्चा होती रही कि आखिर यह दोनों बड़े नेता क्यों नहीं आए।