शाही पुल से सद्भावना के बीच 10 से 15 बोट चलाई जाएगी
ANKUSH AND SAROJ
जौनपुर : शहर का कायाकल्प करने का विशेष प्रयास जिला प्रशासन की तरफ से किया जा रहा है। इसके तहत सद्भावना पुल से शाही पुल के बीच बोट चलाई जाएगी, नगरवासी व सैलानी बोटिग का आनंद ले सकेंगे।
इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। नदी के दोनों किनारों का सुंदरीकरण करके एक तरफ बैठने की व्यवस्था की जाएगी तो दूसरी तरफ पार्क भी बनाया जाएगा। इसके लिए नगर निकाय व विनियमित क्षेत्र के सक्षम अधिकारी लगे हुए हैं। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही योजना मूर्त रूप लेती दिखाई पड़ेगी। कायाकल्प के तहत चौराहों का सुंदरीकरण व जाम से निजात दिलाने पर काम किया जा रहा है। चौराहों के सुंदरीकरण की बात करें तो नए पुल के पास जोगियापुर तिराहे पर गोल तिराहा बनाकर सुंदरीकरण कराया जाएगा। इसके अलावा जिन चौराहों पर सुंदरीकरण छूट गया है उसको भी ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन की तरफ से जलालपुर से सिकरारा के पास निकलने वाले वाहनों को बाईपास से बाहर निकाला जाएगा। लखनऊ व प्रयागराज जाने वाले ट्रकों को अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही शहर के अंदर वन-वे सिस्टम का और कड़ाई से पालन कराया जाएगा। जिससे काफी संख्या में जाम से लोगों को राहत मिलेगी। रिवर फ्रंट की व्यवस्था रिवर फ्रंट योजना के तहत शाही पुल से सद्भावना पुल के बीच गोमती नदी के दोनों किनारों पर सुंदरीकरण कराया जाएगा। सीएंडडीएस के तहत 62 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन स्तर पर भेजा गया है। एक तरफ पार्क तो दूसरी तरफ घाट होगा। लाइटिग के साथ ही सीढि़यां बनाई जाएंगी। इसके साथ ही एक सामुदायिक शौचालय बनाया जाएगा। इसमें शाही पुल से सद्भावना के बीच 10 से 15 बोट चलाई जाएगी। शहर के बीच गोमती नदी में 10-15 बोट चलाने का प्लान है। इस पर नियंत्रण नगर पालिका का होगा। इसके साथ ही सद्भावना पुल के पास पार्क की व्यवस्था की जाएगी। रिवर फ्रंट के तहत 62 करोड़ रुपये के सुंदरीकरण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। रिवर फ्रंट योजना के तहत शाही पुल से सद्भावना पुल के बीच गोमती नदी के दोनों किनारों पर सुंदरीकरण कराया जाएगा। सीएंडडीएस के तहत 62 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन स्तर पर भेजा गया है। एक तरफ पार्क तो दूसरी तरफ घाट होगा। लाइटिग के साथ ही सीढि़यां बनाई जाएंगी। इसके साथ ही एक सामुदायिक शौचालय बनाया जाएगा। इसमें शाही पुल से सद्भावना के बीच 10 से 15 बोट चलाई जाएगी।