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पशु तस्करों ने हेंड कस्टेबल सहित दो को रौंदा, एक की मौत

जौनपुर। शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के सरायपोख्ता पुलिस चौकी अन्तर्गत बदलापुर पड़ाव पर शुक्रवार को भोर में पशु तस्करों को पकड़ने के लिए सरायपोख्ता चैकी के त्रिलोक तिवारी 58 वर्ष सहित एक अन्य पुलिस वाले को रौंद दिया। जिससे वजहा से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में दोनों लोगों को जिला अस्पताल ले गए।
जहां डाक्टरों ने त्रिलोकी को वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। जहां रास्ते में जाते समय उन्होंने ने दम तोड दिया। वहीं दूसरे का उपचार चल रहा था। वहीं घटना को अंजाम देने के बाद दो वाहनों पर लदे पशुओं को लेकर तस्कर फरार हो गये। मृत सिपाही मूलतः बिहार के कैमूर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के नोनार गांव के निवासी थे जो यहां कई वर्षों से तैनात थे। बताते है कि जब वायरलेस हुआ कि बदलापुर मार्ग से होते हुये शहर की तरफ दो वाहनों पर पशुओं को लादकर वध हेतु कहीं ले जाया जा रहा है तो सरायपोख्ता पुलिस चैकी के सभी जवान सक्रिय होकर बदलापुर एवं मछलीशहर पड़ाव पर डट गये थे कि कटघरा की तरफ से आ रहे थे। तस्कर इस घटना को अंजाम देते हुये ओलन्दगंज की तरफ से फरार हो गये। लेकिन पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी उन पशुतस्कारों को नहीं पकड़ पाई तो कैसे आम जनता सुरक्षित है। इस घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
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वायरलेस के बाद भी नहीं धराये पषुतस्कर
प्रतिदिन लाइनबाजार और कोतवाली थाना क्षेत्रों से होकर पांच से सात गाड़ी पषुतस्करी की जाती है। तथा इनको पुलिस का संरक्षण प्राप्त होता है। आज इसी कारण एक हेड कंस्टेबल को अपनी जान गवानी पड़ी। जन मानस के लिए हैरानी की बात यह है कि वायरलेस होने तथा पुलिस को रौदने के बावजूद भी जनपद पुलिस उस गाड़ी और उस तस्करों को पकड़ने में नाकामयाब रही। इससे चर्चाओं का बाजार गर्म है कि जब चार पाहिया वाहन को वायरलेस होने के बाद भी पुलिस पकड़ने में नाकामयाब रही तो बाइक सवार अपराधी तो इनकी पकड़ से कोसो दूर नजर आते है। इससे यह एक बात और साबित होती है कि पुलिस के ही रहमो करम पर यह धंधा फलता फूलता नजर आ रहा है।
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चोरी हुए पषुओं को उतारा जा रहा है मौत के घाट
नगर के विभिन्न थाना क्षेत्रों से चोरी करके आ रहे पषुओं को धड़ल्ले से सिले खाने में मौत के घाट उतारा जाता है। उनके माष को काट कर ट्रकों में लादकर प्रतिदिन गैर जनपदों में भेजा जाता है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका खाना पीना दुभर हो गया है। इसके बदले पुलिस उनसे अच्छी धन उगाही करती हैं। तथा तस्कर चालक आए दिन कितनों को ऐसे ही रौदते हुए निकल जाते है।