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निषादराज की जयंती पर निकली शोभायात्रा

जौनपुर। जिले के निषाद व मल्लाह समाज द्वारा मंगलवार को महाराज निषादराज की जयंती धूमधाम से मनायी गई। इस अवसर पर विशाल शोभायात्रा व झांकी निकाली गई। नगर के सद्भावना पुल के पास स्थित केरारवीर मंदिर परिसर से  शोभायात्रा निकली गई।
शोभायात्रा नगर भ्रमण करते हुये अम्बेडकर तिराहे पर पहुंचकर सभा के रूप में परिवर्तित हो गयी।इससे पहले केरारवीर मंदिर के पास निषाद समाज के लोग एकत्रित हुये और शोभायात्रा निकाली गयी। इसमें हाथी, घोड़े के अलावा महान धनुर्धर राष्ट्रवीर वीर एकलव्य, महर्षि वेद व्यास, कश्यप ऋषि की झांकी शामिल थी। लोग बैण्ड, बाजे, ढोल, नगाड़ा, डीजे की धुन पर नाचते-गाते जयघोष के साथ तपती धूप में चल रहे थे। इस दौरान तलवारबाज लालजी निषाद के अखाड़े के बच्चों एवं रामकृष्ण बिन्द के निषाद सेना की प्रस्तुति आकर्षण का केन्द्र बनी रही। शोभायात्रा का जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा एवं माल्यार्पण करके स्वागत किया। अम्बेडकर तिराहे पर पहुंची शोभायात्रा सभा के रूप में परिवर्तित हो गयी जहां कलाकार नन्दलाल पेंटर, सविता अंशुमान, अभिषेक मयंक, विनय की गीतों पर लोग झूम उठे। मुख्य अतिथि राजकुमार बिन्द ने कहा कि आज हमारा समाज अनुसूचित जाति से भी पिछड़ा है जिसका मुख्य कारण निषाद समाज के ठिकाने तक सुलभ शिक्षा की पहुंच का न होना। इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि शोभनाथ आर्य ने कहा कि जुल्म, अन्याय, अत्याचार, शोषण के खिलाफ आवाज उठाना और मजलूम, बेबश, बेसहारों को सहारा देने का नाम ही आर्या है, क्योंकि आदि शक्ति के 108 नामों में 6वां नाम आर्या है। निषाद कोई जाति नहीं, बल्कि आदिकाल से अंधकार का दमन करने वाली विश्वव्यापी सभ्यता व संस्कृति है। विशिष्ट अतिथि युवा नेता धर्मेन्द्र निषाद ने कहा कि निषाद समाज अपने अर्थ की परिभाषा का अनुसरण करते हुये अन्य संगठनों का विश्वास करके छला जा रहा है। वहीं श्री संकट मोचन संगठन के अध्यक्ष रविन्द्र निषाद व महामंत्री सूरज निषाद ने कहा कि अब वह समय आ गया है कि जब समाज के लोग एक जुट होकर आगे आए और अपने दाइत्व का निर्वाहन करें और समाज के किसी भी कार्यक्रम में चड़ बड़ के हिस्से ले। इसके अलावा अन्य वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त करते हुये महाराजा निषादराज के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेमा देवी निषाद एवं संचालन बाबादीन बिन्द ने किया। जयशंकर बिन्द व रामहित निषाद ने सभी अतिथियों का अभार व्यक्त किया। इस अवसर पर रामेश्वर निषाद, राजनाथ निषाद, रामजीत निषाद, सुबाष निषाद, विक्रमादित्य बिन्द, लालती देवी, प्रधान विद्या देवी, रमेश चन्द्र साहनी, बेचू बिन्द, राम बाबू बिन्द, अभिषेक आर्या, पप्पू निषाद, जोखू लाल मिस्त्री, राम किशुन ठेकेदार, सत्य नारायण निषाद सभासद, अश्वनी निषाद, चैधरी राजकुमार निषाद, सुरेश बिन्द, डा. रामसूरत बिन्द, डा. रामफेर निषाद, डा. अभयराज निषाद, द्रौपदी निषाद, सूरज निषाद, चन्द्रशेखर निषाद, बबलू, बलराम निषाद, सोनू, चन्दन निषाद सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।