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Beer Bahadur Singh
जौनपुर। पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने अपने समर्थकों के साथ बैठक कर भाजपा का साथ देने के लिए मंच से एलान किया। पूर्व सांसद के इस कदम से जिले की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। इसी के साथ उनके रुख को लेकर अटकलों व कयासों को भी विराम लग गया है।
कुछ दिन पहले धनंजय सिंह ने अपनी पत्नी श्रीकला सिंह को बसपा के टिकट पर जौनपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा था, लेकिन नामांकन करने के बाद श्रीकला सिंह टिकट कटने के बाद मैदान से हट गईं। उनके हटने के कारणों को लेकर भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। बसपा ने सिटिंग सांसद श्याम सिंह यादव को टिकट देकर मैदान में उतारा है। आझूराय इंटर कॉलेज शेरवां परिसर में आयोजित जन बैठक में पूर्व सांसद ने कहा कि प्रदेश में एक अच्छी सरकार चल रही है। आप लोग भारतीय जनता पार्टी को वोट करें। उनके इस निर्णय से परिसर के जय श्रीराम का उद्घोष होने लगा। इस चुनाव में मैं नहीं हूं। ऐसे में हम लोगों को यह निर्णय लेने का समय है। इस बैठक में विभिन्न संगठनों से जुड़े हुए लोग आए हैं, उन लोगों ने भी मेरा भरपूर साथ दिया। मुझे यह कहने में जरा भी गुरेज नहीं कि भाजपा इस चुनाव में जनपद में पिछड़ रही है। धनंजय ने कहा, ‘भाजपा से जुड़े हुए लगभग सत्तर प्रतिशत लोग मेरे साथ थे, क्योंकि 2002 से 2014 तक उनके हितों को रक्षा हम-आप करते रहे हैं। राजनीति में कभी भी हमने भेदभाव नहीं किया। राजनीति में कभी भी भाषा खराब नहीं करनी चाहिए’।
कुछ दिन पहले धनंजय सिंह ने अपनी पत्नी श्रीकला सिंह को बसपा के टिकट पर जौनपुर लोकसभा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा था, लेकिन नामांकन करने के बाद श्रीकला सिंह टिकट कटने के बाद मैदान से हट गईं। उनके हटने के कारणों को लेकर भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। बसपा ने सिटिंग सांसद श्याम सिंह यादव को टिकट देकर मैदान में उतारा है। आझूराय इंटर कॉलेज शेरवां परिसर में आयोजित जन बैठक में पूर्व सांसद ने कहा कि प्रदेश में एक अच्छी सरकार चल रही है। आप लोग भारतीय जनता पार्टी को वोट करें। उनके इस निर्णय से परिसर के जय श्रीराम का उद्घोष होने लगा। इस चुनाव में मैं नहीं हूं। ऐसे में हम लोगों को यह निर्णय लेने का समय है। इस बैठक में विभिन्न संगठनों से जुड़े हुए लोग आए हैं, उन लोगों ने भी मेरा भरपूर साथ दिया। मुझे यह कहने में जरा भी गुरेज नहीं कि भाजपा इस चुनाव में जनपद में पिछड़ रही है। धनंजय ने कहा, ‘भाजपा से जुड़े हुए लगभग सत्तर प्रतिशत लोग मेरे साथ थे, क्योंकि 2002 से 2014 तक उनके हितों को रक्षा हम-आप करते रहे हैं। राजनीति में कभी भी हमने भेदभाव नहीं किया। राजनीति में कभी भी भाषा खराब नहीं करनी चाहिए’।
धनंजय ने कहा, ‘मेरा यह निर्णय जौनपुर की बेहतरी के लिए लिया गया है। लोकतंत्र में कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं होती। मेरे ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज हैं। मैं सरकार से भी कह देना चाहता हूं कि धनंजय सिंह ही नहीं, बल्कि किसी भी व्यक्ति के ऊपर कभी भी फर्जी मुकदमे नहीं कायम होने चाहिए। नाजायज किसी को भी अपराधी बनाने की प्रक्रिया से सरकारों को भी बचना होगा’। धनंजय ने आगे कहा, ‘मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज है, वरना मैं निर्दल चुनाव लड़ता। मेरी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जितना काम की हैं उतना शायद ही किसी जिला पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल में हुआ होगा’। वक्ताओं में मुख्य रूप से पूर्व आयकर आयुक्त गौरी शंकर सिंह, प्रमुख सिकरारा संजय सिंह, प्रमुख राहुल सिंह, विनय सिंह, मनोज यादव, संतोष सिंह बाबा, राकेश सरोज, सुनीता पटेल सहित अन्य रहे।