Roshan Sahani and Kundan nishad
वाराणसी। फूलपुर थाना क्षेत्र के थाना गांव के सामने पिंडरा
फोरलेन बाईपास किनारे झाड़ी में फेंका मिला पुलिस के मुताबिक कहीं हत्या करने के बाद सुनसान स्थान पर शव
ठिकाने लगाया गया है। घटनास्थल के पास ही एक आटो रिक्शा लावारिस हालत
में खड़ा मिला।
पुलिस ने शव की तलाशी में मिले कागजात व आटो नंबर के जरिए मृतक की शिनाख्त चौबेपुर क्षेत्र निवासी 64 वर्षीय नंद किशोर गुप्ता के तौर पर की। सूचना के बाद पहुंचे स्वजन ने भी शव की पहचान कर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। शाम करीब साढ़े पांच बजे ग्रामीणों को सड़क से 10 मीटर की दूरी किनारे रक्तरंजित शव को देखने के बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुची पुलिस ने शव के साथ वहीं खड़े आटो रिक्शा को भी कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस को शव की तलाश में 20 रुपये मिले। पुलिस आटो रिक्शा के नंबर की जांच की तो पता चला कि चौबेपुर के नंदकिशोर गुप्ता के नाम पर वह पंजीकृत है। पुलिस ने स्वजन की तलाश कर उन्हें वारदात के बारे में जानकारी दी। स्वजन के मुताबिक वह बुधवार की शाम साढ़े सात बजे प्रतिदिन की भांति आटो लेकर घर से निकले थे। सुबह घर न पहुंचने पर परिवार के लोग खोजबीन में लग गए थे। वह प्रतिदिन सुबह 10 बजे आटो को आशापुर में ड्राइवर को दिन में चलाने के लिए देते थे। खुद आटो को रात में चलाते थे। नंदकिशोर ने पत्नी की मौत के बाद दूसरी शादी की थी। पहली पत्नी से दो लड़के और पांच लड़कियां हैं।
पुलिस ने शव की तलाशी में मिले कागजात व आटो नंबर के जरिए मृतक की शिनाख्त चौबेपुर क्षेत्र निवासी 64 वर्षीय नंद किशोर गुप्ता के तौर पर की। सूचना के बाद पहुंचे स्वजन ने भी शव की पहचान कर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। शाम करीब साढ़े पांच बजे ग्रामीणों को सड़क से 10 मीटर की दूरी किनारे रक्तरंजित शव को देखने के बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुची पुलिस ने शव के साथ वहीं खड़े आटो रिक्शा को भी कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस को शव की तलाश में 20 रुपये मिले। पुलिस आटो रिक्शा के नंबर की जांच की तो पता चला कि चौबेपुर के नंदकिशोर गुप्ता के नाम पर वह पंजीकृत है। पुलिस ने स्वजन की तलाश कर उन्हें वारदात के बारे में जानकारी दी। स्वजन के मुताबिक वह बुधवार की शाम साढ़े सात बजे प्रतिदिन की भांति आटो लेकर घर से निकले थे। सुबह घर न पहुंचने पर परिवार के लोग खोजबीन में लग गए थे। वह प्रतिदिन सुबह 10 बजे आटो को आशापुर में ड्राइवर को दिन में चलाने के लिए देते थे। खुद आटो को रात में चलाते थे। नंदकिशोर ने पत्नी की मौत के बाद दूसरी शादी की थी। पहली पत्नी से दो लड़के और पांच लड़कियां हैं।