वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के क्रम में पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय की तर्ज पर सजाने संवारने का कार्य तेजी से शुरू हो गया है। वहीं पंचायत भवनों के संचालन के लिए कंप्यूटर आपरेटर यानी पंचायत सहायक की तैनाती का रास्ता भी पूरी तरह साफ हो गया है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की अगुवाई में गठित समिति ने इस पर मुहर पहले ही लगा दी है। अब अपर मुख्य सचिव पंचायत राज ने भी दो दिन पूर्व वीडियोकांफ्रेंसिंग कर इसकी नियुक्ति को मूर्तरूप देने का निर्देश दे दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि पंचायत सहायकों की तैनाती के ट्रेनिंग के बाद की जाए। ट्रेनिंग की व्यवस्था ब्लाकवार या जिला पर सुविधा अनुसार सुनिश्चित करा ली जाए। ताकि कार्य को लेकर पंचायत सहायक पूरी तरह दक्ष रहें। इसके बाद नियुक्ति व मानदेय देने की प्रक्रिया शुरू की जाए। जिले के 694 ग्राम पंचायत में एक-एक पंचायत सहायक की तैनाती की जानी है। हालांकि सहायक पद के लिए प्रत्येक गांव से 10 से 12 लोगों ने दावेदारी की है। हालांकि मानक व आरक्षण मुताबिक नियुक्ति की सूची को फाइनल करने की बात कही जा रही है। नियुक्ति के बाद पंचायत सहायक को 6000 रुपये मानदेय दिया जाएगा। सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन मिनी सचिवालय के रूप में अपडेट किया जाना है। पंचायत भवन को सचिवालय बनाने पर एक लाख 75 हजार रुपये खर्च होंगे। यह धनराशि राज्य वित्त आयोग व 15वें वित्त आयोग के प्रशासनिक मद से मुहैया करायी जा रही है। इस राशि से कंप्यूटर, कुर्सी, पंखा, सोलर इनवर्टर समेत अन्य जरूरी सामानों की खरीद होगी। पंचायत सहायकों की तैनाती से पूर्व इस कार्य को पूर्ण करने का निर्देश पंचायतों को दिया गया है। धनराशि जारी की जा चुकी है। जिले में 694 ग्राम पंचायतों में 580 पंचायतों के पास अपना पंचायत भवन है। शेष 114 का निर्माण हो रहा है पर इन ग्राम पंचायतों में भी किसी न किसी सार्वजनिक भवन में पंचायत संबंधित कार्य हो रहा है। बताया जा रहा है कि निर्माण के बाद सभी नए भवनों में स्थानांतरित किया जाएगा।