आजमगढ़। तहसील सदर के चंडेश्वर-कम्हरिया मार्ग पर स्थित ग्राम असपालपुर आजमबांध में राज्य विश्वविद्यालय स्थापना के लिए शासन से मंजूरी मिलने के बाद निर्माण प्रक्रिया तेज हो गई है। लोक निर्माण विभाग खंड-5 को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। शासन की मांग पर जिला प्रशासन ने 550 करोड़ रुपये निर्माण लागत का प्रस्ताव भेज दिया है। शासन से प्रथम चरण की धनराशि की स्वीकृति और आवंटन होने के बाद निर्माण शुरू हो जाएगा।मुख्यमंत्री योगी अादित्यनाथ की महत्वाकांक्षी परियाजनाओं में शामिल राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए असपालपुर आजमबांध 20 हेक्टेयर सरकारी जमीन अधिग्रहित कर ली गई है। जिसकी मिट्टी के टेस्टिंग और फोटोग्राफ सहित रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। कार्यदायी संस्था के अनुसार कुल अनुमानित लागत का 92 करोड़ रुपये प्रथम चरण में अवमुक्त किया जाएगा। जिसमें विश्वविद्यालय परिसर, प्रशासनिक भवन और आवासीय भवन बनेंगें। विश्वविद्यालय परिसर तक जाने के लिए एप्रोस मार्ग बनेगा, जिसके निर्माण में 16 करोड़ रुपये खर्च आएंगे। इसमें आठ करोड़ रुपये रास्ते के लिए किसानों से खरीदी जाने वाली जमीन का भी मूल्य शामिल है। प्रथम चरण में 92 करोड़ रुपये जारी धनराशि खर्च होने के बाद किश्ताें में अगली किश्त जारी की जाएगी। असपालपुर आजमबांध में चिह्नित विश्वविद्यालय स्थापना के लिए जमीन की मंजूरी मिलने के बाद लगभग 550 करोड़ रुपये का प्रस्ताव प्रशासन के माध्यम से भेज दिया गया है। प्रथम चरण की धनराशि जारी होने के बाद निर्माण शुरू हो जाएगा। इस समय मिट्टी का परीक्षण कार्य चल रहा है। जमीन उपयोगी है। संभावन जताई जा रही है कि 15 दिन में शासन से बजट को मंजूरी मिल जाएगी।