लखनऊ । प्रदेश में पुरुष और महिलाओं के लिए उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस, पुरुषों के लिए प्लाटून कमांडर पीएसी व अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के पदों पर सीधी भर्ती 2020-21 के लिए 15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। कुल 9534 पदों के लिए सूबे में अब तक की सबसे बड़ी दारोगा भर्ती में यह अभ्यर्थियों का रिकॉर्ड आवेदन है। यूपी पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड द्वारा निकाली गई इस भर्ती में उप निरीक्षक नागरिक पुलिस के 9027 पद, पीएसी के प्लाटून कमांडर के 484 पद और अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के 23 पद शामिल हैं। यूपी पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार इससे पूर्व दारोगा भर्ती के लिए सात से आठ लाख तक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। 15 जून को आवेदन की अंतिम तिथि थी। वहीं, कई अभ्यर्थियों ने पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की वेबसाइट व सर्वर में दिक्कत के चलते आवेदन न कर पाने की शिकायत भी की है। कुछ ने कोरोना संक्रमण काल का हवाला देकर भी आवेदन की तिथि बढ़ाने की मांग की है। इसे लेकर इंटरनेट मीडिया पर कई संदेश भी वायरल हुए। डीजी भर्ती बोर्ड आरके विश्वकर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल के चलते ही दो बार दारोगा भर्ती के लिए आवेदन तिथियां बढ़ाई गईं। अभ्यर्थियों को डेढ़ माह का अतिरिक्त समय दिया गया। भर्ती बोर्ड की वेबसाइट में कोई दिक्कत नहीं थी और निर्धारित समय में 15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने सफलतापूर्वक आवेदन किए हैं। अब आवेदन तिथि बढ़ाना संभव नहीं है। उनका कहना है कि अंतिम दिन आवेदन करने के दौरान कुछ अभ्यर्थियों के सामने बैंक में आवेदन शुल्क जमा करने की दिक्कतें आई होंगी। डीजी ने बताया कि भर्ती बोर्ड दारोगा भर्ती के लिए अक्टूबर माह तक लिखित परीक्षा कराने के साथ ही नवंबर माह में सफल अभ्यर्थियों की दौड़ कराने की तैयारी कर रहा है। दिसंबर माह तक दारोगा भर्ती का परीक्षा परिणाम घोषित करने का लक्ष्य रखा गया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चलते आवेदन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल से बढ़ाकर 30 मई की गई थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 15 जून कर दिया गया था। उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के 9027, प्लाटून कमांडर पीएसी के 484 व अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के 23 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए थे। पुलिस उप निरीक्षक नागरिक पुलिस के 9027 पदों में 27 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए, 21 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 10 प्रतिशत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और 2 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित होंगे। इसी तरह क्षैतिज आरक्षण में 20 प्रतिशत महिलाओं के लिए, 5 प्रतिशत भूतपूर्व सैनिक और 2 प्रतिशत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रितों के लिए आरक्षित रहेंगे।