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शहर की सूरत बदलने के लिहाज से बड़ा फैसला,नालियों के लिए 308 करोड़ रुपये खर्च होंगे

सत्यम कुमार की रिपोट 

जौनपुर। शहर की सूरत बदलने के लिहाज से बड़ा फैसला लिया गया है। बजबजाती नालियों से शहरवासियों मुक्ति दिलाने को लेकर जल निगम ने सीवेज सिस्टम का प्रस्ताव तैयार कर शासन को सौंप दिया है। इस निर्माण पर 308 करोड़ रुपये खर्च होंगे। शहर के गंदे पानी को एकत्र करने के लिए पचहटिया में एसटीपी बनाया जाएगा। सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। 
मौजूदा समय में सीवेज व्यवस्था खस्ता हाल हो चुकी है। नगर पालिका चुनाव के मुख्य मुद्दे में सीवर को शामिल भले किया गया, लेकिन इस पर गंभीरता से कार्य नहीं हुआ। यही वजह है कि पुरानी आबादी वाले क्षेत्र में अधिकतर नाले आज भी ब्लाक हैं। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए सीवेज सिस्टम को दुरुस्त करने का कार्य जल निगम को सौंप दिया गया। इस महत्वपूर्ण परियोजना को 'जौनपुर नगर पालिका सीवेज स्कीम' नाम दिया गया है। .शकरी गलियां चुनौती: सीवर लाइन बिछाने के लिए सबसे अधिक चुनौती नगर की सकरी गलियां बन रही हैं। इससे खुदाई के वक्त सबसे बड़ी समस्या लेब¨लग को लेकर आएगी। वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक जहां शहर की आबादी एक लाख 81 हजार थी, वहीं अब आठ नए वार्ड शामिल होने से यह बढ़ते हुए तकरीबन तीन लाख पार कर चुकी है। इस दौरान शहर की आबादी तो बढ़ी लेकिन सीवर जैसी बुनियादी जरूरत को नजर अंदाज किया गया। यही वजह है कि मौजूदा समय में तकरीबन हर गली-मोहल्ले में लोग सीवर जाम की समस्या से परेशान हैं। सकरी गलियों को देखते हुए तोड़-फोड़ के वक्त लखनऊ की इंजीनिय¨रग टीम की मदद ली जाएगी।  सीवेज सिस्टम को चुनौती के रूप में लिया गया है। सर्वे का कार्य पूरा कराया जा चुका है। प्रस्ताव की स्वीकृति मिलते ही निर्माण शुरू कराया जाएगा।


-एके ¨सह, अधिशासी अभियंता, निर्माण खंड, जल निगम