
इस अवसर पर फिजाए रूवाबए राफिया एफिर दौष मेहनाजए रूक्सी ए निरमा यादवए तलतए जयरा बानो एबेलाल अहमद ए अरूण यादव आदि लोग मौजूद रहे। ज्ञात हो कि बसन्त पंचमी का त्योहार हिंदू कैलेंडर के हिसाब से माघ मास के शुक्ल पक्ष के पांचवे दिन मनाया जाता है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती पृथ्वी पर प्रगट हुई थीं। माता सरस्वती ने पृथ्वी पर उदासी को खत्म कर सभी जीव.जंतुओं को वाणी दी थी। इसलिए माता सरस्वती को ज्ञान.विज्ञानए संगीतए कला और बुद्धि की देवी भी माना जाता है। माता के जन्म के उत्सव पर वसंत पचंमी का त्योहार मनाया जाता है और सरस्वती देवी की पूजा की जाती है। बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि सृष्टि की रचना के बाद सरस्वती देवी ने सभी को वाणी दी थी।