वाराणसी। ज्योतिषीय और खगोलीय दृष्टि से नया साल 2018 बेहद खास होने जा रहा है। इस वर्ष दुनिया पांच ग्रहण देखेगी। इसमें दो चंद्र ग्रहण और तीन सूर्यग्रहण होंगे। हालांकि, काशी समेत भारत में सिर्फ चंद्रग्रहण ही दिखाई देंगे। ये दोनों 31 जनवरी व 27 जुलाई को लगेंगे। 2018 के पांचों ग्रहण इसलिए भी खास होंगे, क्योंकि दो ग्रहण एक पखवारे के अंतराल पर 31 जनवरी व 15 फरवरी को लग रहे हैं। वहीं, तीन ग्रहण एक महीने के भीतर यानी 13 जुलाई, 27 जुलाई और 11 अगस्त को लगेंगे। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नया साल उथल-पुथल भरा माना जा रहा है।
-दूसरे देशों में दृश्यमान होंगे तीन सूर्य ग्रहण
श्रीकाशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री ख्यात ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार, पहला ग्रहण 31 जनवरी, 2018 यानी माघ पूर्णिमा पर लगेगा। यह ग्रस्तोदित खग्रास चंद्रग्रहण भारत में दृश्यमान होगा। भारतीय मानक समयानुसार शाम 5.18 बजे इसका प्रारंभ, सात बजे मध्य व 8.41 बजे मोक्ष होगा।
दूसरा ग्रहण 15 फरवरी तद्नुसार फागुन अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा। यह दक्षिण जार्जिया, फाकलैंड द्वीप, अर्जेंटीना, चिली, ब्राजील, अटलांटिक, प्रशांत महासागर एवं अंटार्कटिका में दृश्य होगा। भारतीय मानक समयानुसार इसका आरंभ रात 12.25 व मोक्ष भोर 4.10 बजे होगा।
तीसरा ग्रहण 13 जुलाई यानी आषाढ़ अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा जो आस्टे्रलिया के सुदूर दक्षिण भाग, मेलबोर्न, तस्मानिया, विक्टोरिया द्वीप समूह व न्यूजीलैंड के दक्षिण में कुछ क्षेत्रों, अंटार्कटिका, दक्षिण ध्रुवों के सुदूर उत्तरी क्षेत्रों के कुछ भागों में दृश्य होगा।
चौथा आषाढ़ी पूर्णिमा तद्नुसार 27 जुलाई को लगने वाला खग्रास चंद्रग्रहण होगा जिसे भारत में देखा जा सकेगा। भारतीय समयानुसार इसका प्रारंभ रात 11.54 बजे होगा और समाप्ति 3.49 बजे भोर में होगी।
पांचवां ग्रहण 11 अगस्त, 2018 तद्नुसार सावन अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा। यह उत्तरी अमेरिका, उत्तरी यूरोप, रूस, चीन, मंगोलिया, यूनाइटेड किंगडम में दिखेगा। इसका आरंभ भारतीय मानक समयानुसार 13.31 बजे और 17 बजे मोक्ष होगा।
दूसरा ग्रहण 15 फरवरी तद्नुसार फागुन अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा। यह दक्षिण जार्जिया, फाकलैंड द्वीप, अर्जेंटीना, चिली, ब्राजील, अटलांटिक, प्रशांत महासागर एवं अंटार्कटिका में दृश्य होगा। भारतीय मानक समयानुसार इसका आरंभ रात 12.25 व मोक्ष भोर 4.10 बजे होगा।
तीसरा ग्रहण 13 जुलाई यानी आषाढ़ अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा जो आस्टे्रलिया के सुदूर दक्षिण भाग, मेलबोर्न, तस्मानिया, विक्टोरिया द्वीप समूह व न्यूजीलैंड के दक्षिण में कुछ क्षेत्रों, अंटार्कटिका, दक्षिण ध्रुवों के सुदूर उत्तरी क्षेत्रों के कुछ भागों में दृश्य होगा।
चौथा आषाढ़ी पूर्णिमा तद्नुसार 27 जुलाई को लगने वाला खग्रास चंद्रग्रहण होगा जिसे भारत में देखा जा सकेगा। भारतीय समयानुसार इसका प्रारंभ रात 11.54 बजे होगा और समाप्ति 3.49 बजे भोर में होगी।
पांचवां ग्रहण 11 अगस्त, 2018 तद्नुसार सावन अमावस्या को खंड सूर्यग्रहण होगा। यह उत्तरी अमेरिका, उत्तरी यूरोप, रूस, चीन, मंगोलिया, यूनाइटेड किंगडम में दिखेगा। इसका आरंभ भारतीय मानक समयानुसार 13.31 बजे और 17 बजे मोक्ष होगा।